सोयाबीनकी फसल में पीलिया और विषाणु यानी मोजेक रोग से बचाव के लिए कृषि विभाग ने किसानों को उपचार बताए हैं। उपनिदेशक कृषि विस्तार कैलाश मीणा ने बताया कि सोयाबीन की फसल में इन दिनों आंशिक रूप से पीलिया और मोजेक रोग दिखाई दे रहा है। इसके तहत पीलिया रोग से बचाव के लिए फसल में जब भी पीलापन दिखाई दे उसमें 1मिलीलीटर पानी में 1 मिलीलीटर गंधक के तेजाब और 0.5 फीसदी फैसर सल्फेट का छिड़काव करना चाहिए। इसके अलावा मोजेक रोग से बचाव के लिए पौधों को उखाडकर नष्ट करें। इसमें उदामिथोएट, मेटासिस्टोक्स पांच सौ से छह सौ दवा को पांच सौ से छह सौ लीटर पानी में घोल बनाकर प्रति हैक्टेयर की दर से छिड़काव करें। उन्होंने बताया कि मोजेक रोग
यह ब्लॉग कृषि मे आपकी मदद करेगा।आप के पास भी कृषि से जुड़ी जानकारी है तो कॉमेंट बॉक्स मे डाले ।आपकी पोस्ट को वेप साइट मे दिखाया जाएगा। धन्यवाद मंगलेश पाटीदार This blog will help in agriculture. If you have information related to the agricultural holding in the comments box. Your post will be shown on the web site. THANKYOU MANGAL PATIDAR
गुरुवार, 17 दिसंबर 2015
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