गुरुवार, 17 दिसंबर 2015

सोयाबीनकी फसल में पीलिया और विषाणु यानी मोजेक रोग से बचाव के लिए कृषि विभाग ने किसानों को उपचार बताए हैं। उपनिदेशक कृषि विस्तार कैलाश मीणा ने बताया कि सोयाबीन की फसल में इन दिनों आंशिक रूप से पीलिया और मोजेक रोग दिखाई दे रहा है। इसके तहत पीलिया रोग से बचाव के लिए फसल में जब भी पीलापन दिखाई दे उसमें 1मिलीलीटर पानी में 1 मिलीलीटर गंधक के तेजाब और 0.5 फीसदी फैसर सल्फेट का छिड़काव करना चाहिए। इसके अलावा मोजेक रोग से बचाव के लिए पौधों को उखाडकर नष्ट करें। इसमें उदामिथोएट, मेटासिस्टोक्स पांच सौ से छह सौ दवा को पांच सौ से छह सौ लीटर पानी में घोल बनाकर प्रति हैक्टेयर की दर से छिड़काव करें। उन्होंने बताया कि मोजेक रोग 

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